क्याबताएँइन्हें, जोपुछेआजहमें; 
“हमआपकेहैकौन..?”
कैसेबताएकि“आपहमारीआत्मा, 
हमारीहँसी, हमारीजानथे...”
जबसेछोड़गयेहमें; आपबस...
हमारीयादेंऔरफ़रियादेहै...” 
आप  हमेशाहमारीदुआमेंहै....।
आजआपहमारेवोसितारेहै... 
जिसकोहमसिर्फ़दूरसेदेखके...
मुस्कुरातेहै, छूनेकीआशाभीनहींरखते। 
अभीतोसमजेहमें.... । 
कबतकयूँहीनाराज़रखेंगेहमें. 
- Jignasa 
 
 
 
 
No comments:
Post a Comment